Hindi Essay Writing for SSC JHT Paper II | Tips and Strategy

प्रिय अभ्यर्थी

निबंध के सेक्शन को पूर्णतः Knowledge-based सेक्शन ना मानें। आपके पास शिर्षक-संबंधित थोड़ा कम भी ज्ञान हो तो चिन्ता न करें। आप चंद आधारभूत तथ्यों और आँकडों के बदौलत ही अच्छे अंक अर्जित कर सकते है। वशर्ते आपके पास यह दक्षता या Skill हो जिससे आप दिये गये निबंध को उसके Nature के आधार पर उसे सही रुप दे सकें। और यह दक्षता आप 20-30 निबंधों को लिखकर आसानी से प्राप्त कर सकते है।

एक बच्चा सर्वप्रथम नकल करके ही किसी काम या भाषा को सीखता है। इसलिए प्रभावकारी निबंध लिखने के लिए अच्छे लेखकों के निबंधों की नकल करें। उनके निबंधों के प्रारुप पर आप काम करें। यह पता लगायें कि वे निबंध के कौन-कौन से बिन्दुओं पर काम किये है। निबंध की भूमिका को किस तरह की बातों से उसे सजाया है, संवारा है। विषयवस्तु में किस तरह से आँकड़ों और तथ्यों को रखा है। किस तरह के वक्तवयों को निबंध में कहां और कैसे जगह दिया है। उपसंहार में वे किस तरह से निबंध की सारी बातों को संक्षेप में अपना विचार दे पाया है।

उपर्युक्त बिन्दुओं पर काम करके आप स्वयं उसी शिर्षक को अपने शब्दों में वैसा ही प्रारुप देकर लिखें। आप पायेंगे की आपका निबंध भी प्रभावकारी और इस तरह से अच्छे अंक अर्जित करने वाला हो जाएगा। अन्य शिर्षकों पर भी ऐसा ही अभ्यास करते चले जाएं। सफलता अवश्य मिलेगी।

अपने निबंध को कहानी जैसा न लिखें। कहानी में क्या होता है कि जब तक कि आप पूरी कहानी न पढ़ लें कहानी समझ में नहीं आती है। अपने निबंधों को अलग-अलग प्रासंगिक बिन्दुओं के तहत आँकडों और तथ्यों को रखें ताकि परीक्षक आपके निबंध में सभी बिन्दुओं में वैचारिक मेल देख सकें और बेहतर अंक देने के लिए बाध्य हो सकें।

कई अभ्यर्थी यह पूछते है कि शब्द कैसी होनी चाहिए। बंधु यह ध्यान दें कि परीक्षक आपके विद्वान होने की आशा कतई नहीं करते है। शब्दों के आडम्बर से बचे। जो शब्द स्वतः मस्तिष्क में आते है वही प्रयोग में लाएं। वाक्यों को भी व्यर्थ के व्यंजनाओं से मत भरें। इससे क्या होगा कि आप सटिक निबंध लिखने में कम और भारी भरकम शब्दों के खोजने और भारी भरकम वाक्यों में उसे पीरोने में अपना समय गंवायेंगे। निबंध के विषय-वस्तु पर ध्यान ज्यादा दें। अति रंजित शब्दों और वाक्यों को निबंध में जगह देने से यही प्रतीत होता है कि अभ्यर्थी किताबी भाषा का प्रयोग किया है। जबकि परीक्षक को आशा रहती है कि अभ्यर्थी अपनी ही भाषा में लेख लिखें।

मित्रों ये काफी महत्वपूर्ण बातें है। कृप्या इन्ही बातों पर ध्यान क्रेन्द्रित कर निबंध लिखने का प्रयास करें। यदि न समझ में आया हो तो मार्गदर्शन फोन पर लें। आपकी सफलता हमारी प्राथमिकता है।