How to prepare well for SSC JHT exam

How to score maximum in ssc jht exam

बन्धु,

Paper-I और Paper-ii दोनों की तैयारी साथ में करते चले जाये. ऐसा नहीं कि आप इस रणनीति पर अपनी तैयारी करें कि paper-i में चयनित होंगे तभी तो paper-ii के लिए जायेंगे. इस बात को भली भाँती जानते है कि paper – i के रिजल्ट आने के बाद paper – ii के लिए समय कम पड़ जाता है. चाहे आप जितना भी एडी-चोंटी एक कर दें.

आप देखते है कि आंधी अचानक आती है और अचानक चली जाती है. ठीक उसी तरह से आंधी की तरह से अध्ययन करने से आंधी की ही भाँती दिमाग से तुरंत निकल भी जाती है. और यदि कुछ याद भी रहता है तो वे परीक्षा में Confusion ज्यादा लाती है और confusion में उत्तर गलत ही हो जाता है. और यदि आप SSC jht paper – ii के लिए परीक्षा में बैठे है तो ऐसी आंधी की तरह तैयारी और बेडा गर्क करती है ऐसा इसलिए कि यह paper पूर्ण रूपेण skill-based paper है जिसमे आपकी दक्षता और अनुभव आवश्वक है और दोनों चींजें शनै शनै अर्थात gradually ही प्राप्त होते है. कई ऐसे छात्र है जो paper-i के अच्छे अंक से काफी कॉंफिडेंट हो जाते हैं , उन्हें ऐसा लगता है कि वे paper – ii में qualify करने के लिए तूफानी तैयारी करके अच्छे अंक ले आयेंगे. किन्तु सामान्यतः ऐसा नहीं हो पाता और उनके final selection पर प्रश्न चिह्न लग गया है.

अतः दोनों ही paper की तैयारी में सामंजस्य रखे और दक्षता और अनुभव प्राप्त करते चलें जाये. याद रखें –

विद्या शनै शनै…फलं शनै शनै.

अर्थात विद्या और फल की प्राप्ति धीरे-धीरे ही होती है.

अध्ययन विश्लेषण पर आधारित हो ना की रट्टा पर. एक ही practice set परीक्षा के लिए यथेष्ट होता है वशर्ते कि आप दिए गए प्रत्येक set को समय का आधार मानकर बनायें और गलती किये गए एक-एक प्रश्न का विश्लेषण three-dimensional questions के आधार पर करें कि ‘ऐसा क्यों होता है, कब ऐसा होता है और ऐसा क्यों होता है’. प्रश्नों का जवाब अवश्य ढूंढें और तभी दूसरे practice set पर जम्प करें.

जैसा कि हम जानते है कि ssc jht paper – i में दो खंड है –

  • objective हिंदी 100 अंक के और
  • objective English 100 अंक के.

इन दोनों ही paper की अच्छी तैयारी के लिए यह जान लें कि दोनों ही खण्डों में question पैटर्न क्या है, अर्थात परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते है, किन-किन चैप्टर्स से पूछे जाते है और कितने अंक के पूछे जाते है. जैसे अंग्रेजी के question पैटर्न की बात करें तो हम पाते है कि 100 अंक में

  • Idioms and Phrases – 5
  • Sentence Improvement – 5
  • Common Errors – 10
  • Antonyms – 5
  • Synonyms – 5
  • Cloze test (One Filler) – 5
  • Cloze Test (Ten Fillers) – 10 + 10 = 20
  • Narration – 10   Active/Passive – 10
  • Sentence Arrangement – 10
  • Reading Comprehension – 15

Question पैटर्न को देखने से यह पता चलता है कि english grammar से जिसमे common errors, sentence improvement, voice और narration के chapters आते है पर 35 अंक निर्धारित है, vocabulary जिसमे synonyms, antonyms, और idioms and phrases आते है पर 15 अंक निर्धारित है. जबकि शेष chapters जो आपके कॉम्प्रिहेंशन या समझ शक्ति पर आधारित है से 50 अंक निर्धारित है. अब प्रश्न उठता है कि आपको इस paper में कितने अंक प्राप्त करने है की आप ग्रीन जोन में आ जायेंगे, अर्थात आप इतना अंक अवश्य ले आयें जिससे की आप आश्वस्त हो सके कि आपका second phase के लिए सिलेक्शन हो जाये.

आप देख पा रहे है कि grammar से कुल 35 अंक आते है जिसमे voice और narration का contribution 20 अंक का है जो कुल अंक का लगभग 60% है. यदि आप इन दो chapters में फुल marks ले आते है तो यह जान ले की common error और sentence improvement जो 15 अंक के है उसमे आप 6 से 7 अंक भी ले आते है तो आप लगभग 75% से अधिक अंक अर्जित कर लेते है और final result अर्थात paper-i और paper-ii के अंक मिलाकर 75 से 80% अंक अर्जित करने वालों की हो जाती है. OBC aur UR categories के लिए यह समीकरण है. SC और ST categories के लिए 10% अंक कम लेकर चल सकते है.

तात्पर्य सिर्फ यही है कि आप section-wise strategy बनाये. जैसे grammar में अच्छे अंक हासिल करने के लिए कौन कौन से chapters पर आप ज्यादा focus करे. vocabulary के लिए आप क्या करें?…आप प्रीवियस इयर words कंठस्त कर लें क्योंकि ये चुनेंदे words हैं. एक वर्ड के दो-तीन synonyms और antonyms करें.

जहां तक comprehension section जिसमे sentence arrangement, passages, cloze test और fillers आ जाते है का सवाल है इसमें अच्छे अंक अर्जित करने के लिए बिना practice कुछ नहीं हो सकता. इसके लिए आपको अंग्रेजी के समाचार पत्र, अंग्रेजी के magazines इत्यादि पढने होंगे. इससे आपकी comprehend करने की शक्ति बढ़ेगी और आप अच्छे अंक अर्जित कर सकते है. अपने सबल और निर्बल पक्ष को पहचानें और तदनुरूप तैयारी के लिए हिंदी और अंग्रेजी की strategy बनायें. संतुलित अध्ययन करें. यह नहीं की अंग्रेजी अच्छी है या हिंदी अच्छी है तो उसी पर आप ज्यादा समय देते चले जाये. कई सारे अभ्यर्थी ऐसा ही करते है. सामान्यता ssc jht परीक्षा के अभ्यर्थी का अंग्रेजी थोडा कमजोर होता है जिसके कारण उन्हें इसका अध्यन करने में बोर्ड फील होता है. वे अंग्रेजी के counterpart subject हिंदी पर ज्यादा focus इस तर्क पर करते है कि वे हिंदी में 100 में 90+ अंक अर्जित कर लेंगे और अंग्रेजी paper में थोडा कम भी अंक हो तो qualify कर ही जायेंगे. किन्तु बन्धु यह समीकरण आपको अंतिम रूप से चयनित होने नहीं देगा. यह जान लें की अंतिम रूप से चयनित होने के लिए आपको 75-80% अंक अवश्य अर्जित करने होंगे. आप अच्छा धावक तभी कहलायेंगे जब आप सिर्फ इस बात पर focus करेंगे कि आपकी मंजिल कितने कदम दूर है ना कि आप पीछे मुड़कर यह देखे कि आपके competitors आपसे कितना पीछे है. बस अपनी मंजिल पर focus करते हुए पूरी ताकत के साथ अपनी मंजिल की और बढ़ते चले जाएँ.

इस बात पर focus करें कि ssc jht paper – ii में अच्छा करने के लिए आप हिंदी और अंग्रेजी लेख नियमित रूप से पढ़ें और इसके साथ ही साथ like-minded दोस्तों का एक ग्रुप बनायें और साथ में पढ़े गए लेखों को discuss करें. प्रत्येक दिन इसमें समय अवश्य दें. जहां तक अनुवाद खंड की बात है, जब तक आप परीक्षा के first phase में चयनित नहीं हो जाते है तब तक आप सप्ताह में एक या दो अनुवाद अनुच्छेद पर अभ्यास अवश्य करे. अनुवाद तो आप चलते फिरते भी कर सकते है. प्रयत्न करे कि आप अंग्रेजी में बात करें. किन्तु यह अवश्य ध्यान में रहे कि आप जो भी बोल रहे हैं वो grammatically कितना सही है. अधुरा ज्ञान लेकर अंग्रेजी में सम्प्रेषण ना करें क्योंकि आपका ध्येय बोलना ना रहकर अनुवाद-खंड को सबलता प्रदान करना है.

आशा करते है आप मेरी इन बातों पर गौर करेंगे और इसका अनुपालन भी करेंगे.

धन्यवाद