Learn Translation for SSC and Bank Exams

अब बड़े-बड़े शहरों में दाइयां, नर्सें और लेडी डॉक्टर, सभी पैदा हो गयी है. लेकिन देहातों में जच्चेखाने पर अभी तक अशिक्षित दाइयों का ही प्रभुत्व है और निकट भविष्य में इसमें कोई तबदीली की आशा नहीं. बाबू महेशनाथ अपने गाँव के जमीदार थे, शिक्षित थे और जच्चेखानें में सुधार की आवश्यकता को मानते थे. लेकिन इसमें जो बाधाएं थी, उन पर कैसे विजय पते? कोई नर्स देहात में जाने पर राजी न हुई